बलिया, उत्तर प्रदेश:भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह अब सिर्फ एक सेलिब्रिटी पार्टनर नहीं, बल्कि एक सशक्त और आत्मनिर्भर महिला के रूप में पहचान बना रही हैं। खूबसूरती, सादगी और सामाजिक सोच की मिसाल बन चुकीं ज्योति सिंह राजनीति की राह पर मजबूत कदम बढ़ा रही हैं।
7 जनवरी को जन्मी ज्योति सिंह का बचपन बलिया के मिट्टी गांव में बीता। एक पढ़े-लिखे और संस्कारी परिवार से आने वाली ज्योति के पिता श्री रामबाबू सिंह सामाजिक रूप से काफी सक्रिय रहे हैं। बलिया से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की हैं।
2018 में पवन सिंह से शादी के बाद ज्योति सिंह लाइमलाइट में आईं। हालांकि 2022 में पवन सिंह द्वारा तलाक की अर्जी देने के बाद उनकी ज़िंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन उन्होंने आत्मसम्मान और गरिमा के साथ हर परिस्थिति का सामना किया।
राजनीति की ओर झुकाव तब और स्पष्ट हुआ जब 2024 के लोकसभा चुनाव में पवन सिंह ने काराकाट से उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा। इस दौरान ज्योति सिंह पूरे क्षेत्र में सक्रिय दिखीं। मतदाताओं, खासकर महिलाओं से संवाद, जनसभाओं में भागीदारी और सामाजिक मुद्दों पर उनकी संवेदनशीलता ने उन्हें अलग पहचान दी।
अब अटकलें तेज हैं कि वे खुद 2025 के विधानसभा चुनाव में किस्मत आज़मा सकती हैं। ‘जनसंकल्प सह आशीर्वाद यात्रा’ के ज़रिए वे लगातार क्षेत्रीय जनता से जुड़ रही हैं और राजनीतिक जमीन मजबूत कर रही हैं।
सोशल मीडिया पर भी उनकी पकड़ मजबूत है। इंस्टाग्राम पर उनके 1.3 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं। वे फैशन, सामाजिक कार्य और मोटिवेशनल कंटेंट के जरिए युवाओं में खासा लोकप्रिय हैं।
ज्योति सिंह की रुचियों में किताबें पढ़ना, भारतीय शास्त्रीय और लोक नृत्य, फैशन डिजाइनिंग और समाज सेवा शामिल हैं।
ये भी पढ़ें:- IPL 2025 में मुंबई की बड़ी छलांग, राजस्थान का खेल खत्म – SRH के लिए हर मैच फाइनल!
नारी सशक्तिकरण की प्रतीक बनती ज्योति सिंह यह साबित कर रही हैं कि यदि आत्मबल और उद्देश्य स्पष्ट हो, तो कोई भी महिला अपने अस्तित्व और पहचान को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है।
बलिया की यह बेटी अब भोजपुरी इंडस्ट्री की पहचान से परे जाकर सामाजिक और राजनीतिक दुनिया में एक प्रेरणा बन चुकी है। आने वाले समय में वे सिर्फ एक सेलिब्रिटी पत्नी नहीं, बल्कि एक प्रभावशाली नेत्री के रूप में जानी जाएंगी।
ये भी पढ़ें:- डिजिटल इंडिया की नई रफ्तार: यूपीआई पेमेंट सिर्फ 15 सेकंड में