नई दिल्ली:जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने एक निर्णायक कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर मंगलवार देर रात एयरस्ट्राइक की। इस जवाबी कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है, जिसे भारतीय सशस्त्र बलों ने अंजाम दिया।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की एक सटीक और सीमित सैन्य कार्रवाई है, जिसका उद्देश्य केवल आतंकवादी ढांचों को निशाना बनाना था। भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि इस हमले का उद्देश्य किसी सैन्य संघर्ष को बढ़ावा देना नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा को प्राथमिकता देना था।
रक्षा मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, “ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य सिर्फ उन ठिकानों को ध्वस्त करना था, जहां से भारत पर हमले की साजिशें रची जा रही थीं।”
कहां हुए हमले?
भारतीय सेना ने पीओके और पाकिस्तान के अंदरूनी हिस्सों में नौ स्थानों पर हमले किए। इनमें मुजफ्फराबाद सहित वे इलाके शामिल थे, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की योजना बनाई जा रही थी।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता के अनुसार, हमले पांच प्रमुख स्थानों पर हुए, जिनमें दो मस्जिदें भी शामिल थीं। रिपोर्ट के अनुसार कम से कम तीन लोगों की मौत और 12 के घायल होने की पुष्टि हुई है।
भारत की प्रतिक्रिया
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर “भारत माता की जय” लिखते हुए सेना की कार्रवाई का समर्थन किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस ऑपरेशन की सराहना करते हुए लिखा, “जय हिंद! जय हिंद की सेना।”
भारतीय सेना ने ऑपरेशन के बाद सोशल मीडिया पर लिखा, “न्याय हो गया।”
पहलगाम हमला: कार्रवाई की वजह
पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हिंदू तीर्थयात्रियों पर हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। भारत ने इस हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था। इसी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और बढ़ता तनाव
पाकिस्तान की सेना ने जवाबी कार्रवाई की बात कही है, हालांकि इसका कोई विस्तृत विवरण नहीं दिया गया है। मुजफ्फराबाद और सीमावर्ती क्षेत्रों से बिजली गुल होने और लड़ाकू विमानों की आवाजों की पुष्टि भी हुई है। दोनों परमाणु-संपन्न देशों के बीच बढ़ते तनाव को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब इस घटनाक्रम पर टिकी हैं।