रक्सौल, बिहार। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की विधानसभा स्तरीय सामाजिक न्याय परिचर्चा के दौरान सोमवार को रक्सौल में मंच पर गुटबाजी और आपसी टकराव का नजारा देखने को मिला। मंच संचालन को लेकर पार्टी के दो गुटों में जमकर झड़प हुई, जिससे कार्यक्रम का माहौल बिगड़ गया और राजद की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचा।
मंच संचालन को लेकर शुरू हुआ विवाद
कार्यक्रम की शुरुआत में आदापुर प्रखंड अध्यक्ष मुबारक अंसारी की अनुपस्थिति में मंच संचालन की जिम्मेदारी रवि मस्करा को दी गई। लेकिन पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सुरेश यादव ने इसका विरोध करते हुए पार्टी नियमों की बात उठाई। विरोध के चलते रवि मस्करा की जगह नगर अध्यक्ष चंद्रशेखर कुमार को मंच संचालन सौंपा गया।
समर्थकों में भिड़ंत, धक्का-मुक्की और नारेबाजी
मंच संचालन से हटाए जाने पर रवि मस्करा और उनके समर्थक मंच के नीचे बैठकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। हालात उस वक्त बेकाबू हो गए जब राम बाबू यादव और सुरेश यादव आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों के समर्थकों में तेज बहस, धक्का-मुक्की और हंगामा शुरू हो गया।
वरिष्ठ नेताओं ने जताई नाराजगी
इस घटनाक्रम के दौरान मंच पर मौजूद पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदयनारायण चौधरी, पूर्व मंत्री रियाजुल मंसूरी, प्रदेश प्रवक्ता अरुण यादव, राष्ट्रीय सचिव संतोष जायसवाल समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने गहरी नाराजगी जताई। चौधरी ने मंच से लाइव वीडियो बंद करने और अनुशासन बनाए रखने की अपील की।
रक्सौल सीट और टिकट बंटवारे पर उठे सवाल
कार्यक्रम में चर्चा हुई कि राजनंदन राय के टिकट कटने के बाद से रक्सौल सीट पर राजद की जीत क्यों नहीं हो पाई है। कार्यकर्ताओं ने पार्टी के टिकट वितरण और आंतरिक समीकरणों की समीक्षा की मांग की। वहीं, प्रमोद राय (राजनंदन राय के पुत्र) ने मंच पर जाने से परहेज कर कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी।
पार्टी नेतृत्व तक पहुंची रिपोर्ट, तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया का इंतजार
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस घटनाक्रम की रिपोर्ट राजद आलाकमान तक पहुंच चुकी है। अब देखना यह है कि तेजस्वी यादव इस पर क्या रुख अपनाते हैं और आगामी चुनावी रणनीति में क्या बदलाव होते हैं।
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